राहुलजी आज आप एमपी में हैं, अपनी सरकार से इसका जवाब पूछियेगा.
"द इंडियन एक्सप्रेस" अख़बार की एक रिपोर्ट के मुताबिक पूर्वी मध्य प्रदेश के राजगढ़ ज़िले के लिम्बोदा गांव में मुसलमानों के प्रवेश पर रोक की धमकी दी गई है। पुलिस को मिले पत्र में कहा गया है, "लिम्बोदा गांव में कोई मुसलमान फेरी वाला नहीं घुसना चाहिए. अगर वो आए तो हमें ज़िम्मेदार न ठहराया जाए। कोई मुसलमान हमारे गांव में न घुसे।"
पुलिस को ऐसे धमकी भरे पत्र गणतंत्र दिवस के मौके पर खुजनेर क़स्बे में हुई सांप्रदायिक हिंसा के बाद मिले हैं। प्रदेश में सत्ता में आई कांग्रेस के शासन की ये पहली सांप्रदायिक वारदात है।
एक समूह का दावा है कि लगभग 25 स्कूलों से जुड़े आयोजन में भाग लेने वाले एक खंड से "भड़काऊ टिप्पणी" द्वारा ट्रिगर किया गया था, दूसरे पक्ष का कहना है कि यह झगड़ा पुराने व्यक्तिगत विवाद के आधार पर दो लोगों के बीच लड़ाई के चलते हुआ था। शुरू में, खुजनेर पुलिस ने 16 लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की, जिसमें मुख्य रूप से दंगों के आरोपों में प्रतिद्वंद्वी पक्षों के सदस्य शामिल थे।
लेकिन सांप्रदायिक गलती छह लोगों की गिरफ़्तारी के बाद चौड़ी हो गई - समद खान, साकिर खान, अबरार खान, जाकिर खान, इम्तियाज खान और शमीर खान - को गिरफ्तार किया गया। सोमवार को भाजपा नेताओं पंकज शर्मा (स्थानीय निकाय अध्यक्ष) व पूर्व विधायक अमर सिंह यादव सहित कुछ लोगों को गिरफ्तार किया गया। बाद में शमीर खान को जमानत दे दी गई।
सावधान देशवासियों ! विभाजनकारी ताक़तें फिर से सर उठा रही है। साम्प्रदयिक सद्भाव की विरासत को बचाए रखिये।
नफ़रत की आग में कहीं सब-कुछ न जल जाए,
इस बस्ती में हम दोनों को आइन्दा भी रहना है।।