वायरल वीडियो का दावा ग़लत : अफ़वाह फैलाने में सहयोग न करें
उत्तरप्रदेश के बुलंदशहर निवासी एक बुज़ुर्ग सूफ़ी अब्दुल समद सैफी के साथ मारपीट करने, उनकी दाढ़ी काटने और नारे लगवाने की ख़बर इन दिनों सोशल मीडिया की सुर्ख़ियों में है। इसी सिलसिले में सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हो रहा है। वीडियो में लोगों की भीड़ तीन युवकों को घर से निकालकर बेरहमी से पीटते हुए दिख रही है। दावा किया जा रहा है कि वीडियो में भीड़ जिन युवकों को पीट रही है, वे वही हैं, जिन्होंने ग़ाज़ियाबाद में सूफ़ी अब्दुल समद सैफ़ी के साथ मारपीट कर उनकी दाढ़ी काटी थी। इस वीडियो के साथ एक मैसेज लिखा हुआ है जिसका स्क्रीनशॉट आप नीचे देख रहे हैं।
व्हाट्सएप यूनिवर्सिटी के कुछ स्कॉलर्स ने इस कथित मार-पिटाई के लिये यूपी के मुसलमानों के हौसले की तारीफ़ भी की है। लेकिन सब लोग अपनी जानकारी दुरुस्त कर लें, यह दावा झूठा है। आप यह ज़रूर जानना चाहते होंगे कि सच क्या है?
न्यूज़ स्टेट नामी एक यूट्यूब चैनल के मुताबिक, ये वीडियो दिल्ली के जहांगीरपुरी का है। जहां भीड़ ने तीन गुंडों को घेरकर पीटा था। ये वीडियो उक्त चैनल पर 13 जून, 2021 को अपलोड हुआ था। आप एंकर की रिपोर्टिंग के साथ इस असली वीडियो को देखिये, सच्चाई रूबरू हो जाएगी।
इस यूट्यूब चैनल के मुताबिक़ भीड़ ने जिन युवाओं को घर से निकालकर पीटा, वे गुंडागर्दी करते हैं और स्थानीय सब्ज़ी वालों से रंगदारी वसूली करते हैं। इसी बात को लेकर क्षेत्र के लोगों में उनके ख़िलाफ़ गुस्सा भड़क उठा। तीनों आरोपी जहांगीरपुरी इलाके में एक सब्जी विक्रेता से रंगदारी वसूलने गए थे। उनसे बचने के लिए सब्ज़ी विक्रेता ने मदद की गुहार लगाई तो भीड़ जमा हो गई। भीड़ ने तीनों की जमकर धुनाई की। तीनों व्यक्ति आपराधिक पृष्ठभूमि के बताये जा रहे हैं।
प्राप्त जानकारी के मुताबिक, सब्जी विक्रेता पहले सट्टा रैकेट चलाता था, लेकिन वह यह सब काम अब छोड़ चुका है और सब्जी बेचता है। तीनों आरोपी सब्जी विक्रेता को धमकी देकर पैसे वसूलना चाहते थे। भीड़ द्वारा पिटाई किये जाने के बाद इन गुंडों को दिल्ली पुलिस के हवाले कर दिया गया।
स्पष्ट है कि वायरल हो रहा वीडियो जहांगीरपुरी दिल्ली का है। ग़ाज़ियाबाद के लोनी में ऐसी कोई घटना नहीं हुई है। वायरल वीडियो के साथ किया जा रहा दावा ग़लत है।
हम सभी सोशल मीडिया यूज़र्स से यह गुज़ारिश करते हैं कि बिना सच्चाई जाने किसी भी ख़बर या वीडियो को ग़लत दावे के साथ शेयर न करें वर्ना क़ानून व्यवस्था बिगाड़ने के इल्ज़ाम में आपके ख़िलाफ़ भी क़ानूनी कार्रवाई हो सकती है।
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सलीम ख़िलजी
एडिटर इन चीफ़
आदर्श मुस्लिम अख़बार व आदर्श मीडिया नेटवर्क
जोधपुर राजस्थान
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