सुनो नफ़रत फैलाने वालों! अभी देश में इंसानियत ज़िन्दा है

सुनो नफ़रत फैलाने वालों! अभी देश में इंसानियत ज़िन्दा है

ये ख़बर इंडिया टुडे की वेबसाइट पर 18 अप्रैल 2020 को छपी। ये ख़बर एक सुखद संदेश है, ख़ास तौर पर ऐसे दौर में जब बड़े-बड़े लोग अपनी ज़बान पर कंट्रोल खो बैठे हैं। हमें यक़ीन है कि इस ब्लॉग को अंत तक पढ़ने के बाद आपकी उंगली शेयर बटन पर जाने के लिये मजबूर हो जाएगी, इंशाअल्लाह। यह ब्लॉग, हमारे एक शुभचिंतक जावेद बलखी (लाडनूं) द्वारा भेजी गई एक पोस्ट और उसके साथ में दिये गये न्यूज़ के लिंक के अनुसार आवश्यक संशोधन करके लिखा गया है। ( बिलाल ख़िलजी डेस्क एडिटर)

तमिलनाडु के त्रिचि शहर के एक कस्बे में रहने वाली ग़रीब परिवार की महिला को प्रसव पीड़ा हुई। महिला का पति और एक अन्य रिश्तेदार सरकारी एम्बुलेंस के ज़रिए उसे लेकर 7 किलोमीटर दूर अस्पताल गये।

अस्पताल में डॉक्टर ने औरत को ऑपरेशन से बच्चा होने की बात कहते हुए 1 यूनिट खून की आवश्यकता बताई। औरत का ब्लड ग्रुप O+ (ओ पॉज़िटिव) था, जो कि आम दिनों में भी बड़ी मुश्किल से उपलब्ध होता है। वो परिवार बड़ा परेशान हुआ कि इस लॉकडाउन की परिस्थिति में इस दुर्लभ ग्रुप का ख़ून कहाँ से लाएं?

अंततः यह लोग वापस अपने घर वापस लौटने के लिए निकल पड़े ताकि किसी रिश्तेदार को खून देने के लिए कह सकें। ऐसे माहौल में जब गाड़ियां भी नही मिल रही थी और ये लोग हैरान-परेशान सड़कों पर भटक रहे थे तभी एक पुलिस कांस्टेबल ने उन्हें आवाज देकर उन्हें अपने पास बुलाया ।

उसने पहले उनके लिए कुछ भोजन का प्रबंध किया और एक टैक्सी का प्रबंध करने में लग गया। बातचीत के दौरान दंपति से बातों के क्रम में उस कांस्टेबल को उनकी समस्या का पता चला। उसने महिला के पति से उसका ब्लड ग्रुप पूछा। ब्लड ग्रुप की जानकारी मिलने पर उसने कहा मेरा ब्लड ग्रुप भी O+ (ओ पॉज़िटिव) है, वापस अस्पताल चलिये, मैं ख़ून दूंगा।

इसके बाद वो 23 वर्षीय पुलिस कांस्टेबल उस दंपति को वापस अस्पताल लेकर गया और अपना खून डोनेट किया। ऑपरेशन के बाद महिला ने एक स्वस्थ शिशु को जन्म दिया और जच्चा- बच्चा दोनों स्वस्थ है। लेकिन कहानी में एक ट्विस्ट अभी बाकी है।

त्रिचि के पुलिस सुपरिंटेंडेंट ने सारा मामला जानकर उस कांस्टेबल को 1 हजार रुपये देकर पुरस्कृत किया। मामला की जानकारी ऊपर तक गई। तमिलनाडु के DGP ने भी उस कांस्टेबल को 10 हजार रुपये देकर पुरस्कृत किया। उस कांस्टेबल ने इनाम के पूरे 11 हजार रुपये उस महिला को दे दिए।

उस महिला का नाम है, सुलोचना उसके पति का नाम है, एजुमलै और पुलिस कांस्टेबल का नाम है, एस सैयद अबू ताहिर। घटना के समय सैयद अबू ताहिर की पोस्टिंग, त्रिची शहर के मनप्पाराई क्षेत्र में कामाराजार स्टेच्यू के पास थी।

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Source: Tamil Nadu: Trichy police constable helps woman deliver healthy baby by donating blood - India News यहाँ पर विजिट करें

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