फेक न्यूज़ से सावधान
वो झूठ बोल रहा था बड़े क़रीने से,
मैं ऐतबार न करता तो और क्या करता?
डॉ. वसीम बरेलवी का ये शे'र सोशल मीडिया के इस दौर में बिल्कुल फिट बैठता है। कुछ झूठे लोग फेक न्यूज़ शेयर करके अपनी भड़ास निकालते हैं। हैरानी की बात तो यह है कि ये झूठे लोग सरकार के बारे में भी झूठी ख़बरें फैला देते हैं और बेचारी सरकार सफ़ाई देती है कि ये झूठ है। आज का ब्लॉग इसी पर आधारित है।
भारत सरकार के पोर्टल MyGov मेरी सरकार के न्यूज़डेस्क से हमारे टेलीग्राम अकाउंट को भेजे गये कुछ पोस्टर्स देखिये।
फेक न्यूज़ : राष्ट्रव्यापी लॉकडाउन को आगे बढ़ाया जाएगा।
रियल न्यूज़ : राष्ट्रव्यापी लॉकडाउन को और आगे बढ़ाने हेतु प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को सुझाव देने संबंधी नेशनल टास्क फोर्स की न्यूज़ रिपोर्ट झूठी है।
आज 24 अप्रैल 2020 को माई गॉव कोरोना न्यूज़डेस्क से जारी किये गये ई-पोस्टर में यह बात स्पष्ट की गई है।
फेक न्यूज़ : सरकार ने, असुरक्षित ज़ूम के मुक़ाबले के लिए नमस्ते नाम का वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग टूल लांच किया है।
रियल न्यूज़ : MeitY ने मेड इन इंडिया वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग सॉल्यूशन के लिये एक इनोवेशन चैलेंज लांच किया है।
फेक न्यूज़ : भारत सरकार ने कोविड-19 संकट के चलते सभी मंत्रालयों को बंद करने का आदेश जारी किया है।
रियल न्यूज़ : ऐसा कोई आदेश भारत सरकार द्वारा जारी नहीं किया गया है। सभी मंत्रालय खुले हैं और काम कर रहे हैं।
फेक न्यूज़ : रेल मंत्रालय अपने 13 लाख से अधिक अफसरों और कर्मचारियों की तनख्वाह काटने की योजना बना रहा है।
रियल न्यूज़ : रेल मंत्रालय द्वारा ऐसे किसी क़दम के बारे में सोचा भी नहीं गया है।
फेक न्यूज़ : पर्यटन मंत्रालय ने होटलों व रेस्टोरेंट्स को 15 अक्टूबर 2020 तक बंद रखने को कहा है।
रियल न्यूज़ : पर्यटन मंत्रालय की ओर से ऐसा कोई आदेश जारी नहीं किया गया है, जिसमें होटलों और रेस्टोरेंट्स को 15 अक्टूबर 2020 तक बंद रखने के लिये कहा गया हो।
अतः इस ब्लॉग के माध्यम से हम यही कहना चाहते हैं कि फेक न्यूज़ से सावधान रहिये। झूठ फैलाने वाले हर समाज के दुश्मन हैं। कहीं ऐसा न हो कि उन पर भरोसा करके आप अपना और अपने समाज का नुक़सान कर बैठें।
जनहित में इस ब्लॉग को शेयर कीजिये ताकि लोगों को झूठ फैलाने वालों के फरेब से बचाया जा सके। बिलाल ख़िलजी डेस्क एडिटर
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