राहुल गाँधी ने प्रधानमंत्री मोदी को 'असत्याग्रही' क्यों कहा?
सत्याग्रह शब्द का मतलब कुछ लोग गाँधीजी द्वारा अंग्रेज़ों के ख़िलाफ़ चलाए गये आंदोलन को समझते हैं। इसलिये उन्हें राहुल गाँधी द्वारा असत्याग्रही शब्द का प्रयोग अटपटा लगा होगा। शायद इसीलिये कांग्रेस ने कुछ ट्वीट्स कर बात स्पष्ट करने की कोशिश की।
आज सुबह कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गाँधी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के लिये असत्याग्रही शब्द का इस्तेमाल किया। इसके साथ उन्होंने प्रधानमंत्री कार्यालय के कल किये गये एक ट्वीट को अटैच किया। इस ट्वीट के स्क्रीनशॉट को आप नीचे देख सकते हैं,
असल में राहुल गाँधी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर झूठ बोलने का आरोप लगाने के लिये असत्याग्रही शब्द का प्रयोग किया था। पिछले कुछ समय से राहुल गाँधी कई महत्वपूर्ण मुद्दों को उठा रहे हैं लेकिन उनकी ज़्यादातर बातों को संजीदगी से नहीं लिया गया। कई बार बौद्धिक अंदाज़ में कही गई उनकी बातों पर ट्रोलिंग करके उनका मज़ाक़ भी उड़ाया जाता है।
असत्याग्रही शब्द का लोग बात का ग़लत मतलब न निकाल लें और राहुल गांधी की एक बार फिर ट्रोलिंग न हो जाये, यह सोचकर कांग्रेस के ट्विटर हैंडल से एक के बाद एक, कई ट्वीट्स किये गये। एक वीडियो भी जारी किया गया।
आज पूरे दिन कांग्रेस अपने ट्विटर हैंडल पर इस मुद्दे को लेकर आक्रामक रही। नीचे दिये गये दो ट्वीट्स को देखिये, इनमें राहुल गांधी के ट्वीट को जस्टिफाई करने की कोशिश की गई है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के पिछले कुछ सालों के भाषणों और बयानों को देखने-सुनने पर पता चलता है कि अनेक मौक़ों पर उन्होंने ग़लत तथ्य पेश किये। NRC के बारे गृहमंत्री अमित शाह ने संसद में बयान दिया मगर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दिल्ली विधानसभा चुनावों के दौरान कहा कि NRC पर कोई चर्चा नहीं हुई। तीन बार दोहराकर उन्होंने कहा, यह झूठ है।
ऐसे में विपक्षी पार्टी कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गाँधी की प्रधानमंत्री के बारे में की गई टिप्पणी निराधार तो नहीं कही जा सकती। इस देश के हर नागरिक को इस बात पर अफ़सोस ज़रूर होता है कि ऐसे बयानों से हमारे देश की छवि पर आँच आती है।
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